पिछले दिनों एक व्यक्ति जो सबसे ज्यादा खबरों में छाया रहा और वह व्यक्ति न तो कोई बड़ा राजनेता था. न ही कोई उद्योगपति , क्रिकेटर या फिल्मी हस्ती . इस व्यक्ति को पूरे भारत ने अपना समर्थन दिया . जी हाँ यह व्यक्ति है श्री अन्ना हजारे ...ये पेशे से पहले भारतीय सेना में वाहन चालक थे. सेना से सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने देश के प्रति सोचना आरम्भ कर दिया .पहले उन्होंने अपने गाँव , जिला और राज्य स्तर पर कार्य किया और इस तरह से उनके सोच का दायरा बढ़ता ही गया. सूचना का अधिकार २००५ भी इनके ही प्रयासों का परिणाम है . कुछ दिन पहले की घटना से तो आप सब लोग अवगत होने ही की किस तरह उनके एक आवाहन पर सम्पूर्ण भारत ही उनके पीछे खड़ा हो गया. पुरे देश में लोग अपने स्तर पर इस आन्दोलन का हिस्सा बन चुके थे .
इस विडियो को नब्बे हज़ार से भी अधिक लोगो ने इन्टरनेट के माध्यम से देखा था. चार दिन के बाद सरकार ने अपने घुटने टेक दिए और जन लोकपाल विधेयक से सम्बंधित अन्ना की सभी मांगे मान ली गयी . कुछ राजनेताओ ने अलग अलग ढंग से जब जन लोकपाल को भ्रस्टाचार की समस्याओं का हल नहीं माना तो अन्ना ने उनको इस मुहीम से अलग हो जाने को कहा .
"अगर आप समस्या का हल नहीं है तो आप स्वयं ही समस्या है " शिव खेर की ये बात राजनेताओ को तो अच्छी तरह से समझना ही पड़ेगा.
शिव खेर के ये विडियो देखिये और आप भी तैयार रहिये अपने स्तर पर .........
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