स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें

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बुधवार, 27 अप्रैल 2011

भ्रस्टाचार

त्रेता युग में भगवान राम को जन्म लेकर रावण के अत्याचार  से मुक्ति दिलानी पड़ी थी . उसके बाद द्वापर में भगवान कृष्ण ने कंस का उद्धार कर अपने भक्तो को एक अत्याचारी से मुक्त किया . अब बारी कलयुग की है . 
अब भगवान का भी इंतजार कर नहीं सकते क्योंकि शायद वह भी यहाँ आना नहीं चाहते. तो निष्कर्ष यह है कि हम सबको ही मिलकर इस दानव से निपटना होगा. 
क्या कहा कौन सा दानव  .
अरे वही "भ्रस्टाचार"
आज कल जहाँ भी देखिये ये हर जगह अपना पैर पसारता जा रहा है. कोई भी क्षेत्र इससे अछूता नहीं रहा है. चाहे वह बड़े नेता हो या छूठ्भैये नेता ,बड़े अफसर हो या जी हजूर वाले अफसर , मंत्री हो या कार्यकर्त्ता सबको इसने अपनी गिरफ्त में ले लिया  है.

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के अनुसार लगभग पंद्रह प्रतिशत  भारतीयों ने कम से कम एक बार घूंस दिया है.

आज कल  हम अपने काम  के लिए घूंस देने में और लेने दोनों में विश्वास रखते है . आखिर हमको हमसे बचाए कौन ..?
भारत २०१० में विश्व के १८७ देशो मैं भ्रस्टाचार में ८७ वे स्थान पर था. भारत विश्व में काले धन के मामले में पहले नंबर पर है . स्विश बैंक एसोसिएसन के अनुसार भारत का काला धन अन्य सभी देशो को अन्य सभी देशो से ज्यादा है .

अभी प्रमुख घोटालों में टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला, राष्ट मंडल खेल घोटाला, आदर्श घोटाला ................. है.
आज भ्रस्टाचार  को शिष्टाचार बनाने की कोशिश की जा रही है.

लेकिन अब हमको इसे रोकना ही होगा. पहले शायद हमको इतने घोटालो के बारे में पता भी नहीं चलता था. लेकिन "सूचना का अधिकार" कानून  से कोई न कोई भारतीय नागरिक दबी  फाइलों से इन घोटालो को बाहर निकाल ही लेता है.  और सच उजागर हो जाता है. 



 इस समय सूचना के अधिकार के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है पर आये दिन सूचना मांगने वाले लोगो पर हमले की खबरे भी आती रहती है. सरकार को उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए .

अब हम सबकी उम्मीदे जन लोकपाल बिधेयक पर टिकी है. बड़े बड़े नेता रोकने की कोशिश कर रहे है पर हमको अपने अपने स्तर से विधेयक के आने के लिए प्रयास करना चाहिए . कम से कम अन्ना हजारे का समर्थन तो कर ही सकते है. 












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